इस साल चार चंद्रग्रहण और दो सूर्यग्रहण है। दो चंद्रग्रहण इस साल लग चुके है। इस साल का तीसरा चंद्रग्रहण 5 जुलाई 2020, रविवार को लग रहा है। यह चंद्रग्रहण धनु राशि में लग रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस दिन सूर्य मिथुन राशि में होगें और पूर्णिमा तिथि रहेगी। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो एक माह में दो या उससे अधिक ग्रहण पड़ने को शुभ नहीं माना जाता है।
जानिए सूतक काल कब से कब तक है?
सूतक काल के दौरान किसी भी प्रकार के धार्मिक और शुभ कार्य करने का मनाही होती हैं। माना जाता है कि ग्रहण के समय सूर्य और चंद्रमा पीड़ित हो जाते हैं, लेकिन इस चंद्र ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं रहेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि यह ग्रहण उपछाया ग्रहण है। इसमें सूतक काल मान्य नहीं होता है।
किन किन देशों में देखा जाएगा यह चंद्र ग्रहण?
5 जुलाई को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत, दक्षिण एशिया के कुछ स्थान, अमेरिका, यूरोप और अस्ट्रेलिया में देखा जा सकेगा। इस दिन गुरु पुर्णिमा का पर्व भी है।
चंद्र ग्रहण का समय:
यह ग्रहण 5 जुलाई को सुबह 8 बजकर 38 मिनट से आरंभ होगा। इस चंद्र ग्रहण की अवधि 2 घंटा 43 मिनट और 24 सेकेंड होगी।
क्या होता है चंद्र ग्रहण?
ग्रहण एक सामान्य खगोलीय घटना है। ग्रहण को ऐसे समझ सकते हैं कि 'चंद्र ग्रहण' तब होता है जब चंद्रमा और सूर्य के मध्य पृथ्वी आ जाती है। चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा के दिन पड़ता है।चौथा उप छाया चंद्रग्रहण 29 नवंबर को लगेगा।
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